राग सभा हर साल संगीत प्रेमियों को एक ही मंच पर कई कलाकारों से मिलने और सुनने का अवसर प्रदान करती है। भारतीय क्लासिक संगीत के दिग्गज (गायन और वाद्य) हर साल होली के दौरान इस राग सभा में अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं। श्री गुरसहाय मल कपूर वर्ष 1935 में अपनी मृत्यु तक इस राग सभा के सरंक्षक रहे। तत्पश्चात स्वर्गीय श्री मदन लाल कपूर उर्फ श्री मद्दो मल वर्ष 1973 में अपनी मृत्यु तक इस राग सभा के सरंक्षक के रूप में सेवा की। श्री राम लुभाया कपूर, श्री दीना नाथ कपूर, श्री लाजपत राय खन्ना, श्री जुगल किशोर मेहरा, श्री राज कुमार सचदेवा ने विरासत में मिली इस संगीत की सेवा को जारी रखा है।
2006 से अधिवक्ता श्री सुदर्शन कपूर, श्री सुधीर मेहरा, श्री विनोद सचदेवा और श्री सुनील जैन के साथ-साथ नगर के संगीत प्रेमियों की एक समर्पित टीम भी सक्रिय रूप से वार्षिक राग सभा के सफल आयोजन कर रही है।